Bihar Jamin Survey 2024 : बिहार में वर्षों बाद जमीन सर्वे जान ले कौन कौन कागजात लगेंगे
बिहार जमीन सर्वे 2024 बिहार में वर्ष बाद लगभग 45000 गांव का भूमि सर्वे कार्य शुरू हो चुका है। ऐसे में आपको भी अपने जमीन के सर्वे हेतु तैयार रहनी चाहिए भूमि सर्वे में कौन-कौन से दस्तावेज लगने वाले वाले हैं आज के इस आर्टिकल में आप सभी को जानकारी देने वाले हैं अपने भूमिका स्वामित्व निर्धारण हेतु भूमि सर्वे करना अति अनिवार्य है भूमि सर्वे हेतु ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों को अपना सकते हैं। भूमि सर्वे हेतु भू राजस्व विभाग के द्वारा कुछ दस्तावेज निर्धारित किए गए हैं।
भूमि सर्वे कार्य सभी ग्रामीणों को कठिन लग रहे हैं लेकिन जब आप इस आर्टिकल को पड़ेगा तो आप बहुत ही आसानी पूर्वक समझ पाएंगे बिहार भूमि सर्वे प्रक्रिया के बारे में बिहार में भूमि सर्वे कार्य का लक्ष्य 365 दोनों का रखा गया है बिहार भूमि सर्वे कार्य 20 अगस्त 2024 से प्रारंभ हो चुके हैं ऐसे में यदि आपके पास किसी प्रकार के दस्तावेज उपलब्ध नहीं है तो आप समय से अपने दस्तावेज तैयार कर भूमि सर्वे हेतु आवेदन कर पाएंगे।
Post Type | Information |
Name Of Information | Bihar Bhumi Survey |
State | Bihar |
Official Site | https://biharbhumi.bihar.gov.in/ |
Join Telegram | Click Here |
बिहार सरकार द्वारा बिहार राज्य के सभी जिलों में बिहार भूमि सर्वेक्षण कराया जा रहा है ताकि बिहार में भूमि विवादों को कम किया जा सके। इसका उद्देश्य भूमि से संबंधित सभी विवादों या झगड़ों को सुलझाना है। इन्हें खत्म करने के लिए बिहार सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही सर्वेक्षण की वजह से बिहार राज्य के विकास में भी बड़ा बदलाव आएगा। जो सरकारी आधिकारिक जमीन है। अगर उस जमीन पर किसी व्यक्ति ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी बिहार में भूमि सर्वेक्षण, जिसे ‘भू-अभिलेख एवं बंदोबस्त अभियान’ भी कहा जाता है, राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। यह अभियान राज्य के हर कोने में चल रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य भूमि के रिकॉर्ड को दुरुस्त करना और भूमि संबंधी विवादों को कम करना है।
भूमि सर्वेक्षण की पृष्ठभूमि
बिहार में भूमि विवाद एक बड़ी समस्या रही है। ज़मीन से जुड़े मामलों के निपटारे में पारदर्शिता और निष्पक्षता की कमी के कारण ये विवाद बढ़ते रहे हैं। पिछली बार राज्य में व्यापक भूमि सर्वेक्षण 1950 के दशक में हुआ था। लेकिन समय के साथ बढ़ती जनसंख्या और ज़मीन की मांग के चलते कई रिकॉर्ड पुराने और अप्रासंगिक हो गए। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने भूमि सर्वेक्षण का निर्णय लिया।
बिहार भूमि सर्वेक्षण 2024 के लिए आवश्यक दस्तावेज की सूची नीचे दी गई है।
- आधार कार्ड (रैयत से संबंध स्थापित करने के लिए)
- खतियान की प्रतिलिपि
- स्वघोषणा पत्र (Self Declaration Form)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- भूमि स्वामित्व से संबंधित दस्तावेज़, जैसे जमाबंदी, रजिस्ट्री, या अन्य संबंधित दस्तावेज़
- भूमि रसीद (Land Receipt)
- यदि मृतक का नाम सही है, तो उनका मृत्यु प्रमाण पत्र
- भूमि क्षेत्र, चौहद्दी, खेसरा से संबंधित जानकारी
- राजस्व रसीद की फोटोप्रति
- प्राधिकरण पत्र (यदि लागू हो)
- यदि कोई कोर्ट का आदेश है, तो उसकी फोटोप्रति
बिहार में भूमि सर्वेक्षण का उद्देश्य
1. पुराने और अधूरे भूमि रिकॉर्ड को आधुनिक तकनीक का उपयोग करके अद्यतन किया जाएगा।
2. भूमि सीमाओं, स्वामित्व और अन्य संबंधित मुद्दों से जुड़े विवादों का समाधान किया जाएगा।
3. सर्वेक्षण से प्राप्त डेटा भूमि उपयोग की योजना बनाने में मार्गदर्शन करेगा और कृषि, उद्योग आदि के लिए उचित आवंटन सुनिश्चित करेगा।
4. सटीक भूमि रिकॉर्ड से राजस्व संग्रह में सुधार होगा।
5. विकास परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और प्रभावी होगी।
6. तानाशाही अपनाकर दूसरों की भूमि पर कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।