Rubber Kaise Banta Hai : रबड़ कैसे बनता है

Rubber Kaise Banta Hai : रबड़ कैसे बनता है

रबड़ एक विशेष प्रकार के दूध को जमा कर बनाया जाता है रबड़ के वृक्ष रेखीय सदाबहार वनों में पाया जाता है यूफॉर्बिएसिई कुल तथा अर्टिकेसिई , एपोसाइनेसिई कुल तथा कंपोज़िटी कुल की ग्वायुले इत्यादि के बड़े बड़े वृक्षों, कुछ लताओं और झाड़ियों के रबरक्षीर से रबर प्राप्त होता है। भारत में 900 में मारक्विस ऑफ सेलिसबरी अपने रबड़ के बगीचे प्रथम बार लगवाएं द्वितीय महा युद्ध काल में इस व्यवसाय में बहुत प्रगति हुई

रबर पेड़ों ,लताओं या रबरक्षीर से बनता है इसके द्वारा बने रबर को भारतीय रबर कहते हैं सबसे अधिक रबड़ हैविया ब्राजीलीए निसस शिव प्राप्त होता है यह अमेरिका के अमेज़न जंगल में पाया जाता है पेड़ की धड़ को छेवने,काटने,रबड़क्षीर को निकाला जाता है उसके बाद इकट्ठा करते हैं रबड़ का उत्पादन भारत में भी अच्छी तरह से किया जाता है इस लेख के द्वारा आप सभी को रबर को कैसे प्राप्त करें इसके बारे में स्टेप बाय स्टेप बताएं हैं तो इसलिए को आप अंत तक जरूर पढ़ें

Rubber Kaise Banta Hai Overview 

Post Type Information
Name Of Information Farming
Crops Name Rubber
Location India
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रबड़ के लिए आवश्यक तापमान

रबर आंध्र उष्णकटिबंधी का पौधा है इसके लिए वर्ष भर ऊंचा तापमान अपेक्षित है औसत तापमान 25 डिग्री से नीचे नहीं होना चाहिए यदि नीचे हो जाता है तो रबड़ की खेती अच्छी तरह से नहीं हो पाती है इसके लिए तापमान का रहना बहुत ही आवश्यक है

रबड़ के लिए आवश्यक वर्षा

रबड़ के लिए पर्याप्त आद्रता की आवश्यकता होती है वर्ष वर्ष भर प्रत्येक ऋतु में होनी चाहिए इसके लिए 200 सेंटीमीटर वार्षिक वर्षा पर्याप्त होती है इससे कम वर्षा होने पर रबड़ का उत्पादन घट जाता है और रबड़ अच्छी तरह से पेड़ों के दूध से नहीं निकाल सकते हैं इसके लिए वर्षा बहुत ही आवश्यक है

रबड़ के लिए आवश्यक मिट्टी

रावण के वृक्ष विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उगते हैं इसके लिए गहरी दोमट मिट्टी अच्छी होती है दलदली डेल्टाओं के वनों की साफ की गई भूमि तथा पठारो पर भी रबड़ के बाग लगाए जाते हैं दक्षिण भारत में लेटेराईट, दोमट या मटियार दोमट मिट्टी में रबड़ के वृक्ष लगाए जाते हैं

रबड़ के लिए आवश्यक श्रमिक

रबड़ उत्पादन विशेषकर एकत्रित करने के लिए सस्ते एवं प्रचुर श्रमिक की आवश्यकता होती है श्रमिक के द्वारा पेड़ों से दूध निकाल कर अधिक मात्रा में श्रमिकों के द्वारा रबर बनाया जाता है

रबड़ का वृक्ष उगाने की विधि

रबड़ के बीज भी बोए जाते हैं तथा कलम भी लगाए जाते हैं रावण के बीज बोने के बाद जब पौधा लगभग 1 मीटर ऊंचा हो जाता है तो उसे मिट्टी सहित खोदकर बाग में लगाते हैं रबड़ का वृक्ष 7 वर्ष का होने पर दूध निकालना प्रारंभ कर देता है तथा इससे 25 वर्षों तक रस प्राप्त होता है

रबड़ का उत्पादन एवं वितरण

संसार के प्रमुख रबर उत्पादकों में भारत का चौथा स्थान है भारत में संसार का लगभग 5% रबड़ उत्पादन होता है भारत में प्रमुख उत्पादक राज्य केरल,तमिलनाडु,कर्नाटक इत्यादि केरल भारत का 90% अधिक रबड़ उत्पादन केरल राज्य में होता है यहां लगभग 350 हजार हेक्टेयर भूमि पर रबड़ के बागान है तथा वार्षिक उत्पादन से अधिक है

रबड़ का उत्पादन एवं व्यापार

इस समय देश में रावण की ऊपर 1800 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तथा 2007 से 2008 के आंकड़ों के अनुसार देश में अनुमानित रबड़ का उत्पादन 9 लाख टन होने का अनुमान है किसका व्यापार तथा उत्पादन बहुत जगह में किया जाता है जैसे कि कर्नाटक तमिलनाडु उड़ीसा महाराष्ट्र असम मेघालय मणिपुर नगालैंड त्रिपुरा इत्यादि जगहों में इसका व्यापार तथा उत्पादन किया जाता है भारत जो है रबड़ के उत्पादन में चौथा स्थान पर है

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